Skip to main content

Delhi Gang Rape

तुमने दरिंदगी को मर्दानगी का नाम तो दे दिया
हरकतों से अपनी इंसानियत को शर्मसार कर दिया |

नाखूनों से जो ज़ख्म तुने, जो रूह पर छोडे है ,
अपनी हैवानियत से तुने , कितनी माँओं के दिल तोड़े है ||

अभी तो जीवित है पर मरेगी हर दिन, जब तक वो जिन्दा होगी,
तुम्हारी करतूतों और नामर्दी से आज भारत माँ भी शर्मिंदा होगी |||

ए मौत के सौदागर तुझे सजा जो भी मिले वो कम होगी ,
तुझ दरिंदे के मौत पर ही, खुशी से हमारी आँखें नम होगी ||||

Comments

  1. good poem
    its time for do some...

    ReplyDelete
    Replies
    1. please join this page for volunteering for a cause and change with our next step.. https://www.facebook.com/pages/Volunteering-for-a-cause/859486830807236?ref=ts&fref=ts

      Delete

Post a Comment

Popular posts from this blog

यादें ......(Memories)

तेरे जाने से यारा जिंदगी है चरमराई , सब पा लिया , सब हो लिया , पर ऐसे तु रूठी , फिर   ना आयी ! तेरी यादे मीठी , तेरी यादें नमकीन, तेरी यादें करे ग़मगीन ,जाने से तेरे मायूसी है छाई पर ऐसे तु रूठी , फिर   ना आयी ! तेरे जाने से यारा जिंदगी है चरमराई , सब खों दिया , बहुत रो दिया , पर ऐसे तु रूठी , फिर   ना आयी ! तेरी यादो के सहारे , कितने पल है गुजारे , सब जीत लिया , तेरे प्यार से हारे , तेरे आने की उम्मीद खुशियाँ है लायी , पर ऐसे तु रूठी , फिर   ना आयी ! तेरे जाने से यारा जिंदगी है चरमराई , तुझे ही सब कहा , तुझे ही रब कहा , पर ऐसे तु रूठी , फिर   ना आयी !

The Straight Hair Experiment

बाल सीधे करने के लिए लाखों तरीके लोगों ने सुझाये , टेढ़े मेढे उलटे पुलटे , करके देखे हमने सारे   उपाए | मेहँदी में मिलाया दही, अंडों का भी सर पे लगाया घोल , बालों का हो गया सत्यानाश , सब तरीको की खुली पोल || माँ ने घिसा बादाम का तेल, बीवी ने सर पे इस्त्री फिराई , टूटते बिखरते मुरझाते मेरे बालों पे, जाने कैसी शामत आई ||| सब रास्ते अपनाए हमने ,तब जाके अपने यह है जाना , बालों को सीधा और मजबूत करने, सनसिल्क ही अपनाना ||||