ऐसी नफरत क्या ,क्यों देखते हो हम कैसे है यारा एक ही वतन है , हम भी तेरे जैसे है !! माना थोड़े से पिछड़े है , अपनों से बिछड़े है , पर हक है हमे भी , सब संग आगे हम बढे भी , जैसे तेरे सपने है , मेरे भी वैसे है , क्यों इतना जहर है , हम भी तेरे जैसे है !! आंसू अब थमते नहीं , ख्वाबों के बाजार लगते नहीं , वतनवालों सुन लों तुम, यही जन्मे, यही दफ़न होंगे हम, तानो से कभी लातो से से मारते हो , क्या हम ऐसे है , यारा एक ही वतन है , हम भी तेरे जैसे है !!
My poems are for everyone who understands basic hindi. I never use words which are difficult to understand. I use the words that are used are in day to day conversation and make it a point that while writing them I use them and make an impact.